Introduction
Direct Taxes Code 2025: नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग में। आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हम चर्चा करेंगे उस नए इनकम टैक्स एक्ट के बारे में जिसे आप “द डायरेक्ट टैक्सेस कोड 2025” के नाम से जानते हैं। इस कोड के तहत सिर्फ दो हेड ऑफ इनकम बनाए गए हैं—स्पेशल सोर्स और ऑर्डिनरी सोर्स। इस ब्लॉग में मैं आपको इन दोनों हेड्स के बारे में विस्तार से बताऊंगा, साथ ही कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा करूंगा।
Important Update: टैक्स बढ़ने वाला नहीं, बल्कि सिंप्लीफाई होने वाला है
पिछली पोस्ट के बाद कुछ लोग कंफ्यूज हो गए थे कि टैक्स बढ़ने वाला है। लेकिन मैं आपको स्पष्ट कर दूं कि टैक्स बढ़ने वाला नहीं है, बल्कि इसे सिंप्लीफाई किया जा रहा है। आम आदमी पर किसी भी प्रकार का टैक्स बर्डन नहीं बढ़ेगा। इसलिए, आप किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मैं आपको लगातार अपडेट करता रहूंगा।
इनकम टैक्स एक्ट में रेजिडेंशियल स्टेटस का महत्व
पहले के इनकम टैक्स एक्ट में रेजिडेंट, नॉन-रेजिडेंट, और रेजिडेंट बट नॉट ऑर्डिनरी रेजिडेंट के रूप में तीन कैटेगरी थी। जब भी भारत में टैक्स लगता था, उसका रेजिडेंशियल स्टेटस चेक किया जाता था। अगर आप इंडिया के रेजिडेंट हैं, तो आपकी ग्लोबल इनकम टैक्सेबल होती थी। चाहे आप कहीं भी कमाते हों, आपको भारत में भी टैक्स देना पड़ता था।
नॉन-रेजिडेंट्स की इंडिया में जो इनकम होती थी, केवल वही टैक्सेबल होती थी। वहीं, रेजिडेंट बट नॉट ऑर्डिनरी रेजिडेंट का भी एक विशेष क्राइटेरिया था।
Direct Taxes Code 2025: केवल दो कैटेगरी – रेजिडेंट और नॉन-रेजिडेंट
सरकार ने इस डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 (DTC 2025) में केवल दो कैटेगरी रखी हैं—रेजिडेंट और नॉन-रेजिडेंट। इस बदलाव से कुछ लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन कुछ के लिए यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
Section 10 के अंतर्गत आने वाली इनकम पर टैक्स का दायरा बढ़ाने का प्रपोजल
DTC 2025 के तहत, Section 10 के अंतर्गत जो इनकम्स टैक्स से मुक्त थीं, उन पर 5 से 10 प्रतिशत का टैक्स लगाने का प्रस्ताव है। इसमें LIC की मैच्योरिटी, ऑफशोर यूनिट्स, म्यूचुअल फंड यूनिट्स आदि की इनकम शामिल है। हालांकि, यह बदलाव केवल उन इनकम्स पर लागू होगा जो अभी टैक्स-फ्री हैं। आम आदमी पर इसका कोई असर नहीं होगा।
Ordinary और Special Sources: नए हेड्स की व्याख्या
DTC 2025 में अब केवल दो हेड्स होंगे—Ordinary Sources और Special Sources।
- Ordinary Sources: इस हेड के अंतर्गत आएंगी एम्प्लॉयमेंट इनकम (पहले इनकम फ्रॉम सैलरी), हाउस प्रॉपर्टी इनकम, बिजनेस इनकम (पहले प्रोफेशन और बिजनेस अलग-अलग होते थे, अब दोनों को मिला दिया गया है), और कैपिटल गेन।
- Special Sources: इस हेड के अंतर्गत पांच कैटेगरी बनाई गई हैं। इनमें से चार प्रमुख हैं:
- Books of Account में क्रेडिट की गई रकम: अगर आपके बैंक अकाउंट में कोई रकम क्रेडिट हुई है और आप उसकी एक्सप्लेनेशन नहीं दे पाए, तो वह Special Source के अंतर्गत टैक्सेबल हो जाएगी।
- Investments: अगर आपने कोई इन्वेस्टमेंट की है और उसकी एक्सप्लेनेशन नहीं दे पाए, तो उस पर भी टैक्स लगेगा।
- Valuable Articles जैसे ज्वेलरी: अगर आपने कोई ज्वेलरी बेची है और उसका प्रॉपर रिकॉर्ड नहीं दिया, तो उस पर भी टैक्स लगाया जा सकता है।
- Expenditures: अगर आपने कोई बड़ा खर्चा किया है और उसकी एक्सप्लेनेशन नहीं दी, तो वह भी Special Source के अंतर्गत टैक्सेबल हो सकता है।
Conclusion
DTC 2025 के तहत इनकम टैक्स सिस्टम को सिंप्लीफाई किया जा रहा है, जिससे आम आदमी पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं आएगा। हालांकि, Special Sources का हेड कुछ लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि हम अपनी इनकम और खर्चों का सही से रिकॉर्ड रखें। अगर आपको यह ब्लॉग पोस्ट पसंद आई हो, तो इसे शेयर करें और मेरे ब्लॉग को सब्सक्राइब करें ताकि आप DTC 2025 के सभी अपडेट्स से वाकिफ रह सकें।
धन्यवाद!
Frequently Asked Questions (FAQs)
What are the two heads of income in DTC 2025?
The two heads of income under DTC 2025 are:
Ordinary Source: Includes employment income, house property income, business income, and capital gains.
Special Source: Covers unexplained income, investments, valuable articles like jewelry, and high expenditures without proper explanation.
Will the DTC 2025 increase tax for common people?
No, DTC 2025 aims to simplify the tax system without increasing the tax burden on ordinary individuals. It focuses on making the process more transparent and easier to understand.
What is meant by “Special Sources” of income?
Special Sources refer to income that is not properly explained or documented, such as unexplained credits in bank accounts, investments without justification, or high expenditures. Such income will be taxable under this new category.
How does the DTC 2025 impact the tax exemption under Section 10?
DTC 2025 proposes to introduce a 5-10% tax on certain previously exempt income under Section 10, such as LIC maturity amounts, offshore unit earnings, and mutual fund distributions, but only for high earners, not common taxpayers.
What changes are being made to the treatment of business and professional income?
In DTC 2025, business and professional income will be combined into a single category under “Business Income,” eliminating the distinction between the two.
What happens if I can’t explain my income or expenditure properly?
If you fail to provide a satisfactory explanation for certain incomes or expenditures, they could be taxed under the “Special Sources” category.
Will global income be taxed under DTC 2025?
Yes, if you are a resident of India, your global income will be taxable. However, non-residents will only be taxed on income earned in India.
How does DTC 2025 simplify the tax system?
By reducing the income heads to just two (Ordinary and Special Sources), DTC 2025 streamlines the classification of income and reduces complexities, making it easier for taxpayers to comply with the law.